
RBI new rule: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंक खाताधारकों के लिए एक नया नियम लागू कर दिया है, जो खासतौर पर 10 साल से अधिक पुराने निष्क्रिय खातों पर असर डालेगा। यह नियम 1 जुलाई 2025 से प्रभावी हो गया है और इसका उद्देश्य बैंकों में वर्षों से बिना किसी लेनदेन के पड़े निष्क्रिय खातों को मैनेज करना है। जिन खातों में 10 वर्षों से कोई ट्रांजैक्शन नहीं हुआ है, उन्हें अब बंद किया जा सकता है या एक विशेष वर्ग में ट्रांसफर किया जाएगा। इस कदम से बैंकों की प्रोसेसिंग और डेटा मैनेजमेंट में पारदर्शिता आएगी।
निष्क्रिय खातों की पहचान
RBI ने बैंकों को आदेश दिया है कि वे अपने ग्राहकों के सभी ऐसे खातों की पहचान करें, जिनमें पिछले 10 सालों से कोई लेनदेन नहीं हुआ है। इन खातों को “इनऑपरेटिव” यानी निष्क्रिय श्रेणी में रखा जाएगा। इसका अर्थ यह है कि इन खातों में पैसे तो रहेंगे, लेकिन इनसे तब तक कोई लेनदेन नहीं हो पाएगा जब तक ग्राहक खुद बैंक में जाकर अपनी पहचान प्रमाणित नहीं करता।
ग्राहक को मिलेगी सूचना
अगर आपका खाता पिछले 10 वर्षों से निष्क्रिय है, तो बैंक आपको पहले इसकी सूचना देगा। बैंक SMS, ईमेल या डाक के माध्यम से आपको जानकारी भेजेगा कि आपका खाता इनऑपरेटिव होने वाला है। यह नियम ग्राहकों को जागरूक करने और समय रहते खाता फिर से सक्रिय करने का मौका देने के लिए बनाया गया है।
खाता सीधे बंद नहीं होगा
हालांकि इन नियमों के तहत खातों को सीधे बंद नहीं किया जाएगा, लेकिन उन्हें ‘Unclaimed Deposits’ के रूप में RBI द्वारा बनाए गए UDGAM पोर्टल पर ट्रांसफर कर दिया जाएगा। ग्राहक जब चाहें तब अपनी KYC अपडेट कराकर खाते को दोबारा सक्रिय कर सकते हैं और पैसा वापस ले सकते हैं। लेकिन यदि ग्राहक समय रहते संपर्क नहीं करता तो उसका खाता इनऑपरेटिव की कैटेगरी में चला जाएगा।
पैसे सुरक्षित रहेंगे
इस नियम से जुड़ी सबसे अहम बात यह है कि भले ही खाता निष्क्रिय हो जाए या ‘Unclaimed’ कैटेगरी में चला जाए, उसमें जमा पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा। ग्राहक जब चाहें तब सही दस्तावेज़ों के साथ बैंक से संपर्क करके अपना पैसा निकाल सकते हैं। इससे ग्राहकों के मन में किसी तरह की भ्रम की स्थिति नहीं रहेगी।
UDGAM पोर्टल का लाभ
RBI ने ‘UDGAM’ नाम का एक डिजिटल पोर्टल लॉन्च किया है जहां ग्राहक अपने पुराने और निष्क्रिय खातों की जानकारी देख सकते हैं। अगर आपके कई बैंकों में खाते हैं और आपने वर्षों से उनमें लेनदेन नहीं किया है, तो इस पोर्टल पर जाकर आप जान सकते हैं कि आपका पैसा कहां और कितनी मात्रा में है। यह सुविधा पारदर्शिता और ग्राहकों की सुविधा के लिए शुरू की गई है।
Disclaimer
यह लेख RBI द्वारा 1 जुलाई 2025 से लागू किए गए नए बैंकिंग नियमों पर आधारित है। इसमें दी गई जानकारी प्रेस विज्ञप्तियों और विश्वसनीय सरकारी स्रोतों से प्राप्त की गई है। किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले अपने बैंक या RBI की आधिकारिक वेबसाइट से पुष्टि अवश्य करें। यह लेख केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है, इसे कानूनी या वित्तीय सलाह न समझा जाए।